शादी से पहले की टेंशन हर किसी को होती है। हर अविवाहित लड़के और लडकियां जीवन में एक बार इस समस्या से गुजरते ही हैं। मैं भी इस परेशानी से गुजरी हूँ। आखिर क्यों होती हैं ये चिंता आज के इस ब्लॉग में मैं आपसबको इसके बारे में बताने वाली हूँ ।
शादी से पहले की टेंशन – क्या है। शादी एक ऐसा बंधन हैं जिसमे दो अजनबी एक दूसरे के साथ उम्र भर साथ निभाने का वादा करते हैं और अपनी नई दुनिया की शुरआत करते हैं। ऐसे में जिसे हम जानते नहीं उसके साथ रहने के बारे में सोच के परेशान होना लाजिमी है।
अक्सर लड़के लड़किया विवाह के नाम से ही घबराने लगते हैं मन में तरह – तरह के सवाल चलने लगते है और कई बार तो ये देखने को भी मिलता है की लोग तनाव में चले जाते है। शादी से पहले की चिंता आखिर क्या है और ये क्यों होती है ?
शादी से पहले होने वाली टेंशन को मैंने कैसे काबू किया था – मेरा अनुभव
हर किसी को शादी से पहले टेंशन होती है मुझे भी हुई थी और मैंने इस टेंशन को कैसे काबू किया ये मैं आपको बताती हूँ ।
जब मेरी शादी की बात चली तब मुझे काफी गुस्सा आया था मुझे लगा की इतनी जल्दी क्यों शादी करवाना चाहते है।
मैं तनाव में रहने लगी थी । खाना – पीना भी लगभग कम कर दिया था क्योंकि चिंता के कारण भूख ही नहीं लगती थी ।
मैं बीमार रहने लगी जिसके कारण शारीरिक और मानसिक दोनों और से मुझे ही तकलीफ होने लगी।
मैंने ये निर्णय लिया की मुझे इस टेंशन से निकलना है इसे खुद पर हावी नहीं होने देना है , मैंने अपना ध्यान दूसरे कामों में लगाना शुरू कर दिया।
इस परेशानी से पीछा छुड़ाने के लिए मैंने खुद के लिए एक रुटीन बना लिया।
मैं अपने पसंद का काम करती जिसके कारण मैं धीरे – धीरे इस टेंशन से बाहर आयी।
मैंने इस परेशानी को खुद पर हावी नहीं होने दिया।
तो ये था मेरा अनुभव अब चलते है ब्लॉग पर ।
शादी से पहले की टेंशन – लड़कों में या लड़कियों में ज्यादा ?
शादी की सबसे ज्यादा टेंशन लड़को और लड़कियों में किसे सबसे ज्यादा होता है।
मैं यहाँ कोई एकतरफा राय नहीं देने वाली मैं वही आप सबको बताउंगी की जो मैंने महसूस किया था।
एक लड़की होने के नाते मुझे बहुत तनाव होता था जब मैं ये सोचती थी की शादी के बाद मेरी ज़िंदगी बदल जाएगी।
इसमें कोई दो राय नहीं है की लड़कों को टेंशन नहीं होती लेकिन लड़कियों को सबसे ज्यादा टेंशन होती है।
लड़की अपने पुरे परिवार को छोड़ कर एक नए परिवार का हिस्सा बनती है और फिर उनकी हर बात मानती है।
कभी – कभी तो ऐसा भी होता है की अपने माँ – पापा से मिलने के लिए भी ससुराल वालों से पूछना पड़ता है कितना अजीब है ना।
शादी से पहले की टेंशन की वजह – 12 बेहद महत्वपूर्ण बातें
आज के इस ब्लॉग में हम जानेंगे की शादी से पहले की टेंशन की वजह क्या है ? वैसे मैंने एक ब्लॉग और लिखा हैं कम उम्र में शादी के नुकसान आप चाहें तो पढ़ सकते हैं ।
1. शादी से पूर्व हर लड़के और लड़की को ये चिंता की आखिर जीवनसाथी कैसा मिलेगा |
2. हर लड़की को विवाह के पहले ये चिंता की ससुराल वाले कैसे होंगे |
3. हर लड़की की ये चिंता की क्या ससुराल में एडजस्ट कर पाएंगे |
4. हर लड़की की ये समस्या की अपनी शादी में वो कैसी दिखेंगी |
5. हर लड़के की ये चिंता की शादी की जिम्मेवारी को कैसे उठा पाउँगा |
6. विवाह से पूर्व हर लड़का और लड़की ये सोचते हैं की क्या मुझे शादी करना चाहियें |
7. हर लड़के और लड़की को शादी से पहले ये टेंशन की कही आजादी तो नहीं खो जाएगी |
8. शादी से पहले ये सोचकर परेशान होते हैं की क्या वो अच्छे जीवनसाथी साबित होंगे |
9.सुहागरात से जुडी बातों को लेकर हर लड़का और लड़की शादी से पहले टेंशन में होते हैं |
10. हर लड़की को शादी से पहले ये टेंशन होता हैं की ससुराल में प्यार मिलेगा या नहीं |
11. हर लड़का और लड़की शादी से पहले सोचते हैं की क्या उनकी शादी सफल हो पायेगी |
12. शादी से पहले लड़कियों का ये सोचकर परेशान होना की माँ – पापा से दूर जाना होगा |
1. विवाह पूर्व हर लड़के और लड़की को ये चिंता की आखिर जीवनसाथी कैसा मिलेगा
विवाह से पहले ये चिंता की “आखिर जीवनसाथी कैसा मिलेगा” ये सवाल सबके दिमाग में होता है।
हर लड़के और लड़की को ये सोच – सोच के ही चिंता होती हैं की जिससे शादी होगी वो कैसा होगा या होगी।
मेरा जीवनसाथी सुन्दर और अच्छा तो होगा ना ?
उनकी शादी जिससे होगी वो उनका ड्रीम बॉय या ड्रीम गर्ल की तरह होंगे कैसा जीवनसाथी मिलेगा ।
2. हर लड़की को विवाह के पहले ये चिंता की ससुराल वाले कैसे होंगे
विवाह से पहले की समस्या की आखिर ससुराल वाले कैसे होंगे ?
ये चिंता लड़कियों को होती है क्योंकि वे अपने परिवार को छोड़ कर हमेशा के लिए किसी और परिवार का हिस्सा बनती है।
ससुराल वाले कैसे होंगे उनके साथ बनेगी की नहीं , उनका स्वभाव कैसा होगा और ये सोच के चिंता तो होगी ही।
3. हर लड़की की ये चिंता की क्या ससुराल में एडजस्ट कर पाएंगे
लड़कों से ज्यादा लड़कियों को ये चिंता होती हैं की कैसे ससुराल में एडजस्ट करूंगी ?
वे सोचती है की ससुराल में किस तरह की दिनचर्या होगी ? जल्दी उठना होगा वगैरह – वगैरह।
क्या मैं अच्छी बहु बन पाऊँगी ? मुझे तो खाना भी बनाने नहीं आता अच्छे से क्या होगा फिर, मुझे ताना तो नहीं मारेंगे ना।
4. हर लड़की की ये समस्या की अपनी शादी में वो कैसी दिखेंगी
हर लड़की को सजने सवरने का बहुत शौक होता है और बात जब खुद की शादी की हो तो क्या कहना।
उन्हें ये परेशानी होती है की अपनी शादी में वो कैसे दिखेगी , उसके कपडे , गहने और मेकअप कैसे होंगे।
सबसे ज्यादा चिंता तो इस बात को लेकर होती है की वजन तो नहीं बढ़ जायेगा , मोटी तो नहीं दिखूंगी।
5. हर लड़के की ये चिंता की शादी की जिम्मेवारी को कैसे उठा पाउँगा
शादी से पहले हर लड़के को ये टेंशन होता हैं की वो कैसे इस नई जिम्मेवारी को उठा पायेगा ?
हर लड़का ये सोचता हैं की क्या अभी जितना कमाता हूँ उससे घर आराम से चल पायेगा या फिर घर चलाने में समस्या होंगी ?
लड़कियों की तुलना में अक्सर लड़के नई ज़िम्मेवारी के बारे में सोच – सोच कर तनाव में घिर जाते हैं।
6. विवाह से पूर्व हर लड़का और लड़की ये सोचते हैं की क्या मुझे शादी करना चाहियें
शादी से पहले अक्सर लड़के और लडकियां को ये सोचकर टेंशन जरूर होती हैं की क्या वाकई में उन्हें शादी करनी चाहियें ?
सभी लड़के और लडकियां ये सोचते हैं की कही वो जल्दबाजी तो नहीं कर रहे हैं न शादी करने के लिए।
वो सोचते हैं की क्या मैं शादी करना भी चाहता या चाहती हूँ ?
ये सब बातें उन्हें परेशान करने लगती है जिससे वो डिप्रेशन में चले जाते है।
7. हर लड़के और लड़की को विवाह से पूर्व ये चिंता की कही आजादी तो नहीं खो जाएगी
हर लड़के और लड़की को विवाह से पहले ये चिंता तो जरूर ही होती है की कही शादी के बाद आजादी खो तो नहीं जाएगी ?
ऐसे सवाल मन में आना एकदम सामान्य है क्योकि होनेवाला जीवनसाथी की सोच क्या है ये पता नहीं होता।
होनेवाले जीवनसाथी की क्या सोच है , ये सोच – सोच कर परेशान होते है।
8. शादी से पहले ये सोचकर परेशान होते हैं की क्या वो अच्छे जीवनसाथी साबित होंगे
हर लड़का और लड़की को शादी से पहले ये टेंशन होता हैं की क्या वो एक अच्छा जीवनसाथी साबित हो पाएंगे ?
ये सवाल मन में आता हैं की क्या मुझमे वो सारी खूबियां है जो एक अच्छे जीवनसाथी में होने चाहिए ?
विचारों के मिलने , रिश्तें के चलने ना चलने , इसके बारे में सोच कर हर युवक और युवती की चिंता बनी रहती है।
9. सुहागरात से जुडी बातों को लेकर हर लड़का और लड़की शादी से पहले टेंशन में होते हैं
हर कोई अपने सुहागरात को लेके शादी से पहले टेंशन में होता हैं।
सुहागरात से जुडी कुछ सुनी – सुनाई बातों के कारण कई लड़के और लड़की शादी से पहले तनाव में आ जाते हैं।
अगर आपकी शादी होनेवाली हैं और आप भी इस वजह से तनाव में हैं तो बिल्कुल टेंशन न लीजिये जितना हो सके सुनी – सुनाई बातों पर गौर करने से बचे ।
हो सके तो वीडियो या किसी प्रकार की क्लिप देखने से भी बचे।
10. हर लड़की को विवाह से पहले ये परेशानी होता हैं की ससुराल में प्यार मिलेगा या नहीं
हर लड़की सोचती हैं की आखिर ससुराल में भी सब उसे उसी तरह प्यार करेंगे जैसा प्यार उसे मायके में सब करते है।
जब मेरी शादी की बात हो रही थी तो मुझे भी टेंशन होता था पर बाद में सारा तनाव खत्म हो गया।
अगर आप किसी को प्यार, सम्मान देंगे तो बदले में आपको भी वही प्यार और सम्मान मिलेगा तो बिल्कुल भी टेंशन न ले।
11. हर लड़का और लड़की विवाह से पहले सोचते हैं की क्या उनकी शादी सफल हो पायेगी
हर लड़का और लड़की शादी से पहले ये जरूर सोचते हैं की क्या उनकी शादी सफल हो पायेगी।
शादी जिससे होगी वो अच्छा या अच्छी तो होगी न , हमारी आपस में बनेगी की नहीं ?
हम जिसे जानते तक नहीं उस इंसान के साथ ज़िंदगी भर साथ रह पाएंगे की नहीं ऐसा सोचके परेशानी तो होगी ही ।
12. विवाह से पूर्व लड़कियों का ये सोचकर परेशान होना की माँ – पापा से दूर जाना होगा
लड़कियों को सबसे ज्यादा यही सोच के टेंशन होती हैं की शादी के बाद वो अपने माँ – पापा से अलग हो जाएगी।
इस ख्याल से की भाई – बहन , बचपन के दोस्त सब पीछे छूट जायेंगे , परेशान हो जाती है।
जाहिर सी बात हैं अपने घर को हमेशा के लिए छोडके जाने वाली बात सोचके टेंशन तो होगी न।
मैंने आपको शादी से पहले लड़कों और लड़कियों को होनेवाली टेंशन की वजह बतायी हैं अब मैं कुछ और पहलु से अवगत करा रही हूँ ।
विवाह से पूर्व टेंशन से बचने के कुछ उपाय
आपकी शादी होनेवाली हैं और आप काफी तनाव से गुजर रहे हैं तो, मैं आपको कुछ आसान तरीका बताउंगी जिससे आप इस परेशानी से निजात पा सकेंगे।
विवाह के पहले होनेवाले तनाव से बचने के लिए जितना हो सके अकेले रहने से बचे
आपकी शादी होनेवाली हैं और ऐसे में आप काफी टेंशन में है तरह – तरह के ख्याल आ रहे है , रोना आ रहा है।
तनाव से बचने के लिए आप जितना हो सके अकेले रहने से बचे।
परिवार वालों के साथ बैठे उनसे बात करे जिससे आपका ध्यान बट जायेगा और आप इस टेंशन से मुक्त रहेंगे।
विवाह के तनाव से बचने के लिए दिन की शुरआत अच्छे से करें
शादी होनेवाली हैं और साथ में आपके दिमाग में तनाव घर बनाके बैठा हैं ऐसे में आप अपने दिन की शुरुआत अच्छे से करे ।
सुबह जल्दी उठे शांत माहौल में योगा करें टहलने के लिए बाहर ज़रूर जाया करे।
सुबह की ताजी – ताजी हवा आप के सारे तनाव को चुटकी बजाके दूर कर देगी ।
विवाह से पूर्व होनेवाले तनाव से बचने के लिए अच्छी नींद ले
जी हाँ ये एक बेहद महत्वपूर्ण उपाय हैं शादी के पहले होनेवाले टेंशन से बचने के लिए ।
एक स्वस्थ दिनचर्या का पालन करीए समय पर जागिये और सोये भी।
देर रात तक टीवी देखना या जागना बिल्कुल न करें क्योकि इससे आपका स्वास्थ बुरी तरह से प्रभावित होगा।
विवाह पूर्व होनेवाले तनाव से बचने के लिए संगीत सुने
विवाह के पहले होनेवाले चिंता से बचने के लिए अच्छा गाना सुने।
आप सबने ये तो सुना ही होगा की संगीत दवा का काम करती है।
संगीत ऊर्जा का संचार भी करती हैं इसलिए आप खुशनुमा गीत सुने जिसे सुनके आप काफी अच्छा महसूस करेंगे ।
विवाह के पहले होनेवाले चिंता से बचने के लिए अपनी पसंद का कार्यकलाप करिये
जी हाँ शादी के पहले होनेवाले चिंताओं से बचने के लिए अपनी पसंद का कार्यकलाप करिये ।
अगर आपको पेटिंग का शौक हैं या आर्ट क्राफ्ट का तो उस शौक को पूरा करिये।
अपनी रूचि के अनुसार खाली समय में अपने क्रियाकलाप को पूरा करिये जिससे तनाव आपके आस – पास भी नहीं आएगा ।
शादी से पहले की टेंशन से बचने के लिए सैर सपाटे पर जाइए
शादी होनेवाली हैं और मन हैं टेंशन से भरा घर में बैठे – बैठे वही सब दिमाग में घूम रहा हैं ऐसे में क्या करें ?
सैर सपाटे पर जाइए पिकनिक करियें हसियें – मुस्कुराइए और फिर देखिएगा की कैसे टेंशन नहीं जाता हैं।
इस ब्लॉग में मैंने आप सबको विस्तार से शादी के पहले होनेवाले टेंशन की वजह बतायी और उस चिंता से बचने के उपाय भी बताएं, अगर अब भी आपको किसी प्रकार की दुविधा हैं तो प्लीज कमेंट में बताएं मैं आपके सवाल का जवाब जरूर दूंगी मिलते हैं अब नए ब्लॉग पर ।

नमस्ते। मेरा नाम दिव्या अरविंद पटेल है। मैं दिव्या दैनिका की संस्थापिका और मुख्य सम्पादिका हूँ। मेरा ब्लॉग मानवीय रिश्तों, विवाहित ज़िन्दगी और लोगो की अंदरूनी पहचान को उभारने के लिए समर्पित है । दिव्या दैनिका के हर लेख के पीछे मेरी खुद की ज़िन्दगी का अनुभव छुपा है।